Bajuri Panchayat Municipal Corporation Protest: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में नगर निगम बनाने के राज्य सरकार के फैसले के बाद, अब नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने वाली आसपास की पंचायतों में विरोध बढ़ता जा रहा है। पहले दडूही पंचायत के लोगों ने नगर निगम से बाहर रखने की मांग की थी और अब बजूरी पंचायत के लोग भी इसके विरोध में सामने आए हैं।
बजूरी पंचायत के ग्रामीणों ने मंगलवार को उपायुक्त हमीरपुर अमरजीत सिंह से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा और नगर निगम में शामिल होने का विरोध किया। उनका कहना है कि नगर निगम में शामिल होने से गरीबों पर अत्यधिक टैक्स का बोझ बढ़ जाएगा और उन्हें मिलने वाली सरकारी सुविधाएं प्रभावित हो जाएंगी। पंचायत के उप प्रधान मनोज कुमार ने कहा कि बजूरी पंचायत में 80 प्रतिशत लोग अति गरीब हैं और अधिकतर लोग मनरेगा के कामों से अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं।
रीता शास्त्री ने कहा कि नगर निगम में शामिल होने के बाद उनकी पंचायत के कई कार्य रुक सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर जो कार्य ठीक से चल रहे हैं, वे प्रभावित हो जाएंगे। साथ ही, गरीब लोग 1000 रुपये का हाउस टैक्स नहीं चुका पाएंगे। अगर पंचायत को नगर निगम में शामिल किया गया, तो वे सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे।
उप प्रधान मनोज कुमार ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पंचायत के लोग पहले से मिल रही सुविधाओं से संतुष्ट हैं और नगर निगम में शामिल होने से उनका जीवन कठिन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायत में 100 रुपये का हाउस टैक्स है, जो कई लोग नहीं चुका पाते, ऐसे में नगर निगम में आने के बाद टैक्स हजारों में बढ़ जाएगा, जो गरीब लोगों के लिए कठिन होगा।
उन्होंने अपील की है कि उनकी पंचायत को नगर निगम से बाहर रखा जाए और इस मुद्दे पर उपायुक्त से विशेष ध्यान देने की मांग की है।